अगर आपको कम सुनाई देने लगा है या आप टीवी देखने के लिए टीवी की तेज वॉल्यूम यूज करते हैं तो ये बहरेपन के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको कानों में बहरेपन के लक्षण नजर आ रहे हैं तो आप आज से ही जरूरी स्टेप्स लेना शुरू कर दें। ज्यादातर मामलों में कान के अंदर के महीन सैल्स डैमेज होने के कारण बहरेपन की समस्या होती है इसलिए जरूरी है कि आप कानों को साफ रखें और उन्हें ज्यादा शोर से बचाएं। कुछ जरूरी टिप्स हैं जिन्हें इस्तेमाल करके आप कानों को बहरेपन की समस्या से बचा सकते हैं।
1.शोर में ईयरप्लग्स का इस्तेमाल करें (Use earplugs)
अगर आप किसी ऐसी जगह पर हैं जहां शोर ज्यादा है तो आपको ईयरप्लग्स का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आप तेज आवाज के संपर्क में आने से बच जाएंगे। ये उन लोगों के लिए अच्छा है जो ज्यादा आवाज में काम करते हैं या जो म्यूजिशियन बैंड या लाउडस्पीकर के पास रहते हैं उनके लिए ईयरप्लग्स का इस्तेमाल जरूरी है।
2. कानों की सेहत के लिए विटामिन बी12 लें (Vitamin B12)
आपको कानों को स्वस्थ्य रखने के लिए विटामिन बी12 का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आपको पोटैशियम, मैग्निशियम का सेवन करना चाहिए। कानों की सेहत को अच्छा रखने के लिए आपको आयरन रिच डाइट का सेवन करना चाहिए। अगर आपके परिवार में किसी को बहरेपन की समस्या है तो भी आपको चेकअप करवाना चाहिए, इससे आपके बेहरेपन की आशंका बढ़ जाती है।
3. गलत दवाओं का सेवन अवॉइड करें (Avoid wrong medication)
कई ड्रग्स ऐसे होते हैं जिनके सेवन से बहरेपन की आशंका बढ़ सकती है इसलिए डॉक्टर से सलाह लिए बगैर किसी भी दवा का सेवन न करें। इसके साथ ही आपको स्ट्रेस लेवल कम करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए, एक्सपर्ट्स के मुताबिक स्ट्रेस लेवल बढ़ने से भी बहरेपन की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही आपको रेस्टोरेटिव योग करना चाहिए, ये कानों की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है।
4. डायबिटीज और बीपी कंट्रोल रखें (Control diabetes and high BP)
अगर आप बहरेपन से बचना चाहते हैं तो डायबिटीज और बीपी को कंट्रोल रखें। हाई बीपी के कारण इनर ईयर के सैल्स डैमेज होते हैं और उसी तरह डायबिटीज बढ़ने के कारण भी बहरेपन की समस्या हो सकती है। बेहरेपन की समस्या से बचने के लिए आपको स्मोकिंग भी अवॉइड करना चाहिए। इसके अलावा आपको एल्कोहल का सेवन भी अवॉइड करना चाहिए।
5. 60:60 नियम अपनाएं (Use 60:60 rule)
इस नियम के मुताबिक गाने सुनने के लिए आप 60 प्रतिशत से ज्यादा वॉल्यूम न बढ़ाएं और एक दिन में 60 मिनट से ज्यादा संगीत न सुनें तो कानों को बहरेपन से बचा सकते हैं। जो लोग म्यूजिक प्लेयर पर तेज आवाज में गानें सुनते हैं उनके कान जल्दी बहरेपन का शिकार हो जाते हैं।
बहरेपन का इलाज (Hear loss treatment)
कान में किसी भी तरह की समस्या को इग्नोर न कर डॉक्टर को तुरंत कंसल्ट करना चाहिए। डॉक्टर कान के अंदरूनी भाग की जांच कर इंफेक्शन का पता लगाते हैं और ऑटोमाइकोटिक प्लग लगा कर इंफेक्शन को साफ करते हैं। कान में डालने के लिए एंटी फंगल या एंटी बैक्टीरियल ईयर-ड्रॉप्स और एंटीबायोटिक दवाइयां दी जाती हैं।
1. कानों की सफाई
बहरापन को ठीक करने के लिए डाक्टर की सलाह पर कानों की सफाई व मैल को हटाया जाता है यह सुनने की क्षमता पर प्रभाव डालता है |
2. सर्जरी द्वारा उपचार (कोकलीयर इंप्लांट-)
डाक्टर की सलाह पर सर्जरी के द्वारा उपचार किया जाता है सर्जरी सिर्फ उन्ही व्यक्तियों की जाती है जिन्हे कान में चोट लगी हो या कान में संक्रमण की वजह से बहरापन हुआ हो।
3. कान की मशीन का प्रयोग (हियरिंग एड-)
जब व्यक्ति की सुनने की क्षमता खत्म हो जाती है तो डाक्टर की सलाह पर कान की मशीन का प्रयोग किय़ा जाता है जिसे हियरिंग एड्स भी कहते है। इस मशीन को कान में लगाकर व्यक्ति ध्वनि या आवाज को सुन सकता है।